असली (Real) और नकली (Fake) दूध की पहचान कैसे करें [दूध में मिलावट की जांच कैसे करें]


असली और नकली दूध की पहचान कैसे करें इससे सम्बंधित जानकारी

आज के समय में दूध एक बहुत ही उपयोगी चीज है, जिसे लगभग सभी घरो में इस्तेमाल किया जाता है | दूध के गुणों के बारे में बहुत ही कम व्यक्तियों को जानकारी होती है | ज्यादातर लोग दूध का सेवन करते है, लेकिन उन्हें असली और नकली दूध की पहचान नहीं होती है | हमारे देश में दूध की मांग काफी अधिक है, किन्तु आपूर्ति कम होने के कारण लगातार दूध में मिलावट करने में भी वृद्धि हो रही है | आज के दौर में पशुपालक अधिक मुनाफा लेने के लिए दूध में कई तरह की मिलावट करने लगे है | अगर दूध में सिर्फ पानी की मिलावट की जाए तो यह हमारे शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं डालता है, किन्तु पानी के अलावा कुछ हानिकारक पदार्थो की मिलावट की खबरे भी सुनने को मिल जाती है, जिसमे साबुन, डिटर्जेंट, स्टार्च, यूरिया और सोडा शामिल होता है |

सिंथेटिक दूध (Synthetic Milk) में मिलाये गए यह पदार्थ हमारे शरीर के लिए काफी हानिकारक होते है | अगर हम इस तरह के दूध का सेवन करते है, तो यह हमारे शरीर में गुर्दे के रोग, कैंसर, चर्मरोग (त्वचा रोग) और हृदय रोग जैसी समस्या उत्पन्न कर सकता है | इसके अलावा हड्डियों के कमजोर होने की भी समस्या देखने को मिल सकती है | इन समस्याओ से बचने के लिए हमे असली और नकली दूध की पहचान करनी आनी चाहिए | यहाँ पर आज हम आपको असली (Real) और नकली (Fake) दूध की पहचान कैसे करें तथा [दूध में मिलावट की जांच कैसे करें] के बारे में बताएँगे, ताकि आप घर पर दूध की जांच कर सके |

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असली और नकली दूध की पहचान कैसे करें (Real and Fake Milk Distinguish)

असली और नकली दूध की पहचान करने के लिए यहाँ पर आपको कुछ तरीके बताए जा रहे है, जिसके माध्यम से आप स्वयं ही दूध की पहचान कर सकते है:-

सिंथेटिक दूध की पहचान (Synthetic Milk Identification)

  • सिंथेटिक दूध को स्वास्थ के लिए काफी हानिकारक माना जाता है | क्योकि इसे बनाने में स्टार्च, डिटर्जेंट, यूरिया और सोडा जैसी कई चीजों को उपयोग करते है |
  • सिंथेटिक दूध का सेवन आपके लिवर और किडनी पर बुरा असर डालता है, साथ ही फूड पॉयजनिंग की भी समस्या देखने को मिल सकती है |
  • सिंथेटिक दूध की पहचान सूंघ कर भी की जा सकती है | दूध सूंघने पर यदि उसमे से साबुन की गंध आ रही है, तो समझ जाए कि यह सिंथेटिक दूध है |
  • दूध को उबालने के पश्चात् उसे थोड़ी देर तक धीमी आंच में रखे | यदि मलाई का रंग पीला दिखाई दे तो समझ ले कि इसमें यूरिया व् अन्य केमिकल को मिलाया गया है |

पानी वाले दूध की पहचान (Watery Milk Identification)

पानी मिले दूध की पहचान करने के लिए आप दूध की कुछ बूंदो को किसी साफ चीज पर डालें | इसके बाद उस वस्तु को थोड़ा टेढ़ा कर दे, इससे डाली गयी दूध की बूंदे बहने लगेगी | यदि यह बूंदे सफ़ेद लकीर बनाते हुए बह रही है, तो समझ जाए कि दूध में पानी की मिलावट नहीं की गयी है |

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डिटर्जेंट मिले दूध की पहचान का तरीका (Detergent Milk Dectection Method)

  • आपको बता दे कि दूध में डिटर्जेंट का इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है | यह डिटर्जेंट हमारे लिवर, किडनी के साथ-साथ हार्मोन्स के लिए काफी हानिकारक होता है| इस तरह के दूध की पहचान करने के लिए थोड़े से दूध को हथेली में लेकर रगड़े| यदि दूध में चिकनाहट है, तो डिटर्जेंट मिला हुआ है, अगर चिकनाहट नहीं होती है, तो मिलावट नहीं है |
  • इसके अलावा आधा कप पानी में ऊपर से उसमे तेजी से दूध को गिराएं | अगर उसमे झाग आती है, तो डिटर्जेंट की मिलावट की गयी है |
  • एक और तरीके से दूध में डिटर्जेंट मिलावट की पहचान कर सकते है | इस तरीके में आपको किसी कांच की शीशी या टेस्ट-ट्यूब में 5-10 मिलीग्राम दूध की मात्रा को डालकर तेजी से हिलाना होता है | अगर झाग दिखाई दे तो डिटर्जेंट की मिलावट की गयी है |

दूध का रंग बदलना (Milk Color Change)

असली दूध को अधिक समय तक रखने पर भी उसके रंग में परिवर्तन नहीं होता है, किन्तु नकली दूध कुछ समय में ही पीला पड़ जाता है | दूध उबलने पर यदि रंग बदलकर पीला हो जाता है, तो वह नकली है, और यदि रंग नहीं बदला है, तो दूध असली है |

मोमबती से करे शुद्ध दूध की पहचान (Pure Milk Identify by Candle)

इस तरीके में एक कांच के ग्लास में दूध को भरकर मोमबत्ती जलाई जाती है | अब इस ग्लास को मोमबत्ती की लो के एक फ़ीट ऊपर पकड़ कर रखे | अब देखे की मोमबत्ती की लो फैली हुई दिख रही है, या लंबी | मोमबत्ती की लो लंबी दिखाई दे तो दूध असली है, अन्यथा दूध नकली है |

दूध को अधिक समय तक गरम कर (Heating Milk for a Long Time Method)

दूध को अधिक समय तक गरम करके भी असली दूध की पहचान की जा सकती है| इसके लिए दूध को सामान्य से अधिक समय तक गर्म या उबाला जाता है, जिसके बाद अगर उसमे पीले रंग की मलाई जमती है, तो समझ ले कि दूध में यूरिया व अन्य केमिकल की मिलावट की गयी है |

हल्दी से शुद्ध दूध की पहचान करे (Pure Milk from Turmeric Identify)

इस प्रक्रिया में दूध की कुछ बूंदो को एक कटोरी में डाला जाता है, फिर उसमे हल्दी मिलाई जाती है | अगर हल्की तुरंत ही गाढ़ी नहीं होती है, तो समझ ले कि दूध शुद्ध नहीं है |

दूध के स्वाद से पहचान (Milk Taste)

असली और नकली दूध की पहचान पीकर भी की जा सकती है, असली दूध पीने पर स्वाद में मीठा लगेगा, वही जब आप नकली दूध को पियेंगे तो यह स्वाद में थोड़ा कड़वा होता है | इस तरह का स्वाद दूध में डिटर्जेंट और सोडा मिला होने के संकेत देता है |

नकली दूध बनाने की विधि (Fake Milk Recipe)

  • नकली दूध बनाने के लिए सबसे पहले ऊनी कपड़े धोने में इस्तेमाल होने वाले ईजी लिक्विड को एक साफ़ बर्तन में रिफाइंड के साथ मिलाए | इसके बाद इसमें ग्लूकोस मिलाए और दो से चार मिनट तक अच्छे से मिश्रित कर ले | इसके बाद पानी मिलाया जाता है, और अंत में फैब्रिक्स डालकर दूध जैसा सफ़ेद कलर बना लिया जाता है | इस तरह से मात्र 10 मिनट में नकली दूध बनकर तैयार हो जाता है | 100 लीटर दूध में तक़रीबन 20 लीटर नकली दूध मिलाया जा सकता है |
  • इस तरीके में एक बड़े से बर्तन में तक़रीबन आधा लीटर रिफाइंड आयल के साथ शैंपू डालकर मिलाया जाता है | इसके बाद 500 GM असली दूध डालते है | दूध को गाढ़ा करने के लिए एक बाल्टी पानी और चीनी का बुरादा मिलाया जाता है| इस तरह के दूध से उतना ही घी और खोया मिलता है, जितना असली दूध से |
  • इस तरीके में एक बर्तन में ईजी लिक्विड के साथ रिफाइंड आयल और सिंघाड़े के आते को मिलाते है | इसके बाद मिल्क पाउडर, खाने वाला सोडा, ग्लूकोज और थोड़ा सा इलाइची का पानी मिलाते है |

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