गुआर के भाव से सम्बंधित जानकारी
हमारे देश में गुआर का उत्पादन मुख्य रूप से गुजरात, राजस्थान और हरियाणा में होता है| जबकि गुआर के कुल उत्पादन का का 70 प्रतिशत से अधिक अकेले राजस्थान में होता है। इस फसली सीजन के दौरान भारत में गुआर के उत्पादन में लगभग पचास प्रतिशत (50%) की गिरावट देखने को मिल सकती है| दरअसल पिछले कई वर्षों से गुआर और गुआर के दामों में भारी गिरावट के कारण किसान भाइयों का गुआर की फसल की तरफ से रुझान घट गया है। इसी वजह से इस साल गुआर की बिजाई काफी कम ही गई है। बिजाई कमजोर होने से गुआर के उत्पादन में कमी आई है |

दूसरी तरफ इस मंडियों में गुआर की जो फसल आ रही है, उसमें इसकी क्वालिटी काफी हल्की आ रही है | ऐसे में गुआर का उत्पादन करनें वाले किसानों के मन में प्रतिदिन गुआर का भाव जानने की उत्सुकता बनी रहती है | तो आईये जानते है, कि गुआर का भाव टुडे 2023, इसके साथ ही आज गुआर का क्या भाव है ? (Guar Ka Bhav Today) और देश की मंडियों में गुआर का भाव क्या चल रहा है |
गुआर का भाव कब और कितना रहा (When and How Much was the Price of Guar)
मंडियों में आने वाली फसलों का भाव किसी से छुपा नही होता है, ठीक इसी प्रकार गुआर का क्या रेट चल रहा है? यह भी किसी से छुपा नही है| आपको निश्चित रूप से याद होगा कि एक बार गुआर के दामों में भरी उछाल देखने को मिला था और उस समय गुआर का भाव लगभग 33000 से 35000 रूपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया था|
लेकिन यदि हम इस सीजन की बात करे, तो इस सीजन में गुआर के उच्चतम भाव 11 हजार रुपये प्रति क्विंटल से लेकर 14 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक पहुच चुका है, लेकिन कुछ दिनों बाद ही इसके भाव गिरते-गिरते अब 6 हजार 500 से लेकर 7 हजार 500 तक आ गये है|
नई अपडेट 22 मार्च : वर्तमान में गुआर का भाव 3680 रुपये से 7030 रुपये तक है |
गुआर की फसलों का उत्पादन करने वाले किसानों के मन में बार-बार यह प्रश्न आ रहा है, कि इसके दामों में आने वाली उछाल का इतिहास दुबारा दोहराया जाएगा या नहीं? लेकिन इस बात की जानकारी तो आने वाला समय ही बता सकता है| फिलहाल किसानों को इस बात की चिंता सता रही है, कि उनकी फसलों का मनचाहा भाव मिल पायेगा या नहीं| दरअसल पिछले 4 से 5 महीनों के दौरान गुआर के भाव बढ़ते हुए देखे जा रहे है | इससे यही अनुमान लगाया जा सकता है, कि गुआर के भावों में आगे भी तेजी देखने की मिलेगी।
आज गुआर का क्या भाव है (Guar Bhav 22 March)
राज्य | जिला | बाजार | न्यूनतम मूल्य | अधिकतम मूल्य | औसत मूल्य |
छत्तीसगढ़ | दुर्ग | दुर्ग | 4000 | 4500 | 4250 |
गुजरात | अहमदाबाद | अहमदाबाद | 1500 | 3000 | 2400 |
गुजरात | भरुच | अंकलेश्वर | 2000 | 2500 | 2200 |
गुजरात | अमरेली | दमनगर | 1000 | 1400 | 1400 |
गुजरात | गांधीनगर | देहगाम | 5620 | 5750 | 5685 |
गुजरात | गांधीनगर | मानस | 1500 | 2500 | 2000 |
गुजरात | राजकोट | मोरबी | 2500 | 3500 | 3000 |
गुजरात | पोरबंदर | पोरबंदर | 3500 | 4500 | 4000 |
गुजरात | सुरेंद्रनगर | वधवान | 2000 | 3000 | 2750 |
गुजरात | मोरबी | वांकानेर | 3000 | 4000 | 3500 |
मध्य प्रदेश | धार | धार | 1600 | 1680 | 1650 |
मध्य प्रदेश | हरदा | हरदा | 1300 | 1500 | 1400 |
महाराष्ट्र | शोलापुर | अकलुज | 1000 | 2500 | 2000 |
महाराष्ट्र | अमरावती | अमरावती | 2000 | 2600 | 2300 |
महाराष्ट्र | औरंगाबाद | औरंगाबाद | 1400 | 1400 | 1450 |
महाराष्ट्र | जलगांव | भुसावल | 1500 | 1500 | 1500 |
महाराष्ट्र | जलगांव | जलगांव | 1000 | 1500 | 1300 |
महाराष्ट्र | ठाणे | कल्याण | 3000 | 4000 | 3500 |
महाराष्ट्र | सतारा | कराड | 2000 | 2500 | 2500 |
महाराष्ट्र | पुणे | खेड़ | 2000 | 3000 | 2500 |
महाराष्ट्र | मुंबई | मुंबई | 3000 | 4000 | 3500 |
महाराष्ट्र | नागपुर | नागपुर | 3000 | 3500 | 3375 |
महाराष्ट्र | नासिक | नासिक | 1450 | 2000 | 1800 |
महाराष्ट्र | रायगढ़ | पनवेल | 2500 | 3000 | 2800 |
महाराष्ट्र | पुणे | पुणे | 1500 | 4000 | 2750 |
महाराष्ट्र | अहमदनगर | राहाता | 1000 | 2500 | 1700 |
महाराष्ट्र | सतारा | सतारा | 1000 | 2000 | 1500 |
महाराष्ट्र | ठाणे | शाहपुर | 3500 | 4000 | 3800 |
महाराष्ट्र | अहमदनगर | श्रीरामपुर | 1000 | 2000 | 1550 |
महाराष्ट्र | शोलापुर | सोलापुर | 1000 | 2000 | 1500 |
उत्तर प्रदेश | शाहजहांपुर | जलालाबाद | 1500 | 1500 | 1500 |
राजस्थान | अजमेर | ब्यावर | 5400 | 5800 | 5600 |
राजस्थान | चित्तौड़गढ़ | चित्तौड़गढ़ | 1500 | 2000 | 1800 |
राजस्थान | जालोर | जालोर | 4000 | 4500 | 4200 |
राजस्थान | दौसा | लालसोट | 5500 | 5500 | 5500 |
राजस्थान | नागौर | मेड़ता सिटी | 5451 | 5760 | 5600 |
राजस्थान | गंगानगर | श्रीगंगानगर | 5551 | 5750 | 5591 |
गुआर के भावों का भविष्य क्या रहेगा 2023 (What is the Future of Guar Prices?)
किसान भाइयों का मानना है, कि इस बार लगभग 8 से 9 वर्षों में गुआर के दामों में फिर से अच्छी तेजी आई है | जिससे इस फसल का उत्पादन करने वाले किसानों के चेहरे खिले हुए है | इसी के चलते आगे आने वाले समय में तेजी बने रहने का अनुमान लगाया जा रहा है | जानकारों के मुताबिक इस बार इंटरनेशनल मार्केट में गुआर गम की मांग बढ़ रही है।
इंटरनेशनल मार्केट में गुआर गम की बढ़ी मांग (Guar Gum Increased Demand in the International Market)
रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध के चलते अमेरिका द्वारा बहुत से आर्थिक प्रतिबन्ध लगाये है, जिसमें तेल और गैस भी शामिल है | जिसके कारण क्रूड आयल की आपूर्ति भी प्रभावित हुई है | ऐसे में अमेरिका द्वारा अपने क्षेत्र में तेल का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कार्य पूरी तरह से शुरू कर दिया गया है | प्रोडक्शन बढ़ानें के लिए ऐसे तेल के कुएं जो बंद पड़े है, उन्हें पुनः स्टार्ट करना पड़ेगा | जिसके कारण इन तेल के कुओं में प्रयोग होने वाले गम की जरूरतें बढ़ जाएगी |
जबकि एक्सपर्ट्स का कहना है, कि जब से युक्रेन और रूस के बीच युद्ध शुरू हुआ है, तब से ग्वार के बीज और ग्वार गम के भावों में बढ़ोत्तरी नही हो पा रही है | युद्ध के कारण रूस को निर्यात किया जानें वाला ग्वार रुक गया है, इसके साथ ही रूस की तरफ से पेमेंट भी रुका हुआ है |
जबकि दूसरी तरफ अमेरिका में आयल रिफाइनिंग की पुनः शुरुआत होने से ग्वार गम की मांग बढ़ने की पूरी-पूरी संभावनाएं दिख रही है | एक्सपर्ट्स का मानना है, कि निर्यात मांग की आपूर्ति के लिए मार्केट में इसकी मांग बढ़ सकती है | वर्तमान समय में देश की सभी मंडियों में ग्वार की आवक लगभग 14 से 15 हजार रुपये प्रति बोरी हो रही है और भाव 5 हजार 300 रुपये से लेकर निर्यात करने वाले व्यापारियों का पुराना भाव 6 हजार रुपये बना हुआ है |