ऑस्ट्रेलिया में खेती 2024 | Australia में खेती कैसे होती है ? [Agriculture in Australia in Hindi]


ऑस्ट्रेलिया की खेती से सम्बंधित जानकारी

ऑस्ट्रेलिया का अधिकांश भू-भाग शुष्क प्रकृति वाला है | यदि हम यहाँ की कृषि की बात करे, तो कृषि के क्षेत्र में यह देश प्रमुख कृषि उत्पादक और निर्यातकों की श्रेणी में आता है | ऑस्ट्रेलिया में मानव उपभोग और पशुओं के चारे के लिए अनाज, तिलहन और अनाज की फलियां बड़े पैमाने पर उत्पादित की जाती हैं। ऑस्ट्रेलियाई अर्थव्यवस्था के लिए क्षेत्र और मूल्य के मामले में गेहूं सबसे बड़ा उत्पादन वाला अनाज है। हालाँकि देश में कृषि आय के लिए डेयरी उद्योग, मछली पालन, ऊन, समुद्री शैवाल, खाद्यान्न फसले और फल आदि आय के प्रमुख स्त्रोत है | इसके अलावा बीफ़ उद्योग ऑस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा कृषि उद्यम है, और यह दुनिया में ब्राज़ील के बाद दूसरा सबसे बड़ा बीफ़ निर्यातक है।

आस्ट्रेलिया में कुल कृषि का लगभग 80 फ़ीसदी भू-भाग किसानों के बिना खेतिहीन बना हुआ है | ऐसे में आस्ट्रेलिया सरकार चाहती है, कि यहाँ की खाली पड़ी उपजाऊ भूमि पर कृषि कार्य किया जाये | यहाँ पर दूसरे देशों के किसान कृषि करने के लिए भूमि खरीद रहे है और यहाँ की सरकार भूमि की रजिस्ट्री कर रही है | आईये जानते है ऑस्ट्रेलिया में खेती 2024 के बारें में और साथ ही Australia में खेती कैसे होती है अर्थात Agriculture in Australia in Hindi.

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ऑस्ट्रेलिया में खेती कैसे होती है (Agriculture in Australia in Hindi)

आस्ट्रेलिया में जनसँख्या कम और भू भाग अधिक होने के कारण यहाँ प्रत्येक किसान के पास सैकड़ों हेक्टेयर खेत है | यहाँ के किसान काफी धनी और सम्रद्ध एवं कृषि कार्यों में स्वयं कार्य न करके वह उच्च तकनीक की मशीनों का इस्तेमाल करते है | वह अपने खेतों की देख-रेख और निगरानी के लिए ड्रोन और ट्रेक्टर आदि को संचालित करने के लिए सैटेलाइट जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करते है | जबकि फसलों में कीटनाशक दवाओं के छिड्काव के लिए हवाई जहाज या ड्रोन का इस्तेमाल करते है | 

ऑस्ट्रेलिया की मुख्य फसलों में गेहूं, जौ, कैनोला, कपास, गन्ना, फल और सब्जियां शामिल हैं। ऑस्ट्रेलियाई किसान ज्वार, जई, चावल, दालें (बीन्स और मटर), और मक्का (मक्का) भी उगाते हैं। ऑस्ट्रेलियाई खपत और निर्यात दोनों के लिए गेहूं ऑस्ट्रेलिया की प्राथमिक फसल है। ऑस्ट्रेलिया आमतौर पर दुनिया के गेहूं के निर्यात में लगभग 10 से 15 प्रतिशत का योगदान देता है। गेहूं हर राज्य खासकर दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम में में लगाया जाता है। अधिकांश वर्षों में लगभग तीन-चौथाई गेहूं की फसल का निर्यात किया जाता है |

चीनी एक अन्य प्रमुख निर्यात फसल है। ऑस्ट्रेलिया चीनी के दुनिया के प्रमुख निर्यातकों में से एक है। इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और जापान प्रमुख खरीदार हैं। कच्ची और परिष्कृत चीनी के अलावा, ऑस्ट्रेलिया चीनी से संबंधित उत्पादों का उत्पादन करता है, जिसमें गुड़ और खोई शामिल हैं, जो ईंधन के रूप में उपयोग किए जाने वाले रेशेदार पौधे के अवशेष हैं। रोपण और कटाई से लेकर मिलिंग तक, ऑस्ट्रेलिया के गन्ना उत्पादन कार्य अत्यधिक परिष्कृत और मशीनीकृत हैं।

ऑस्ट्रेलिया में खेती करने के लिए क्या करे (What to Farm in Australia)

आस्ट्रेलिया की अधिकांश उपजाऊ भूमि खेतिहीन होने के कारण यहाँ की सरकार ने यह अनुमति प्रदान की है, कि किसी भी देश का किसान यहाँ आकर अपने स्वयं के लिए कृषि योग्य भूमि खरीद सकता है या फिर वह किराये पर भूमि लेकर कृषि कार्य कर सकता है | उदहारण के रूप में यदि हम भारत की बात करे, तो यहाँ के कई किसान वर्तमान में आस्ट्रेलिया में खेती कर करोड़ो के मालिक बने हुए है | पिछले 10 वर्षों में पंजाब और हरियाणा के लगभग 14 हजार से अधिक किसानों ने आस्ट्रेलिया में जमीनें खरीदी है | शुरूआती दौर में भारतीय किसान आस्ट्रेलिया में एकड़ में कांट्रेक्ट या अनुबंध पर कृषि करते है और मुनाफा कमाकर बाद में वह अपनी स्वयं की जमींन खरीद लेते है |           

दरअसल आस्ट्रेलिया में फ्रूट्स और सब्जी, गेंहू और दलहनी जैसी फसलों के उत्पादन की अपार संभावनाएं मौजूद है | यहाँ के खेतों की मिट्टी काफी अधिक उपजाऊ होती है और यहाँ के किसानों के पास 100 एकड़ कृषि योग्य भूमि होना एक आम बात है | भारतीय किसान यहाँ की भूमि से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर उनका दूसरे देशों में निर्यात कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते है |  

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आस्ट्रेलिया में उगाई जाने वाली मुख्य फसलें (Australia Grown in Main Crops)

आस्ट्रेलिया में लगभग सभी प्रकार की फसलों का उत्पादन करना पूर्ण रूप से संभव है| यहाँ उगाई जाने वाली मुख्य फसलों का विवरण इस प्रकार है-

फसलों के प्रकार उगाई जाने वाली मुख्य फसलें
अनाज की फसलेजौ, गेंहू, धान, चना, जई, दालें, रेपसीड |     
सब्जी की फसलेआलू, मटर, टमाटर, प्याज, तरबूज, गाजर |  
बागवानी की फसलेकीनू, अंगूर, केला, संतरा, सेब |
नगदी फसलेकपास, गन्ना और फूल की विभिन्न प्रजातियाँ |

आस्ट्रेलिया की भूमि में कृषि कार्य का प्रतिशत (Australian Land Agricultural Work Percentage)

आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि आस्ट्रेलिया के कुल क्षेत्र में लगभग 61 प्रतिशत भूमि खेती करने के योग्य है| जिस पर किसान खेती करने के अलावा पशुओं को चराने का कार्य करते है | लेकिन इस भूमि का 80 प्रतिशत भू भाग पर कृषि कार्य नही किया जा रहा है | मानव श्रम और बिना किसानों के यह कृषि योग्य भूमि चरागाह के रूप में है | यहाँ की सरकार की उन्नत सोंच के कारण दूसरे देशों के किसानों को यहाँ कृषि कार्य करने और भूमि खरीदनें का अवसर प्रदान कर रही है |          

आस्ट्रेलिया में जमीन की कीमत (Australia Land Prices)

दुनिया के किसी भी देश का किसान आस्ट्रेलिया आकर कृषि कार्य करनें के लिए स्वयं की भूमि खरीद सकता है| यदि जमींन की कीमत की बात करे, तो क्वीन्सलैंड (Queensland) जैसे जैसे क्षेत्रों में कृषि कार्य करने के लिए 1 एकड़ जमीन की कीमत 1 से लेकर 1.5 लाख रुपये है | हालाँकि इन जमीनों पर कृषि कार्य कभी नहीं किया गया परन्तु यह अत्यंत उपजाऊ भूमि मानी जाती है |   

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